video conferencing explaination in hindi

Video conferencing क्या होता है? | What is video conferencing in hindi?

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Video conferencing के फायदे और नुकसान, Video conferencing uses, Video conferencing का उपयोग, Video conferencing कैसे इस्तेमाल करे, Video conferencing के लिए बुनियादी आवश्यकताएं, Video conferencing requirements.

आज के समय में काफी लोग ऐसे होते है, जो एक जगह बैठकर ही दूसरी जगहों के लोगो के साथ communicate करना चाहते है। उन्हें एक ऐसी technology की मदद की जरुरत होती है, जिसकी सहायता से वह इस काम को पूरा कर सके। आज हम वैसी ही एक टेक्नोलॉजी के बारे में बात करने वाले है, जिसे “Video conferencing” कहां जाता है। तो आइए जानते है इस technology के बारे में कुछ ऐसी बाते, जो शायद ही आपको मालूम हो।

Video conferencing और इसका इस्तेमाल? (Video conferencing uses in hindi)

यह एक तरह की conference या मीटिंग होती है, जिसको video के माध्यम से आयोजित करवाया जाता है। इसे video teleconference भी कहा जाता है। इस technology में दो या दो से अधिक hardware और software के set, एक-दूसरे से लगातार interact करते रहते है। इन दोनों के ताल-मेल से ही किसी video conference का होना संभव हो पता है।

इन hardwares और softwares की मदद से video और audio दो अलग-अलग भौगोलिक स्थानों पर लगातार transmit और receive किया जाता है, ताकि video के द्वारा आयोजित मीटिंग को सफलता पूर्वक करवाया जा सके।  

इसमें कई चीजों का आदान-प्रदान किया जाता है, जैसे की कोई documents, presentations, charts या फिर ऑफिसियल काम की files, इत्यादि। बड़े corporate offices में, या फिर बड़ी कंपनियों में अक्सर telepresence सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है, जो की एक काफी अच्छा high-end वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग system होता है। इस तकनीक को online video conferencing या PC video conferencing भी कहा जाता है।

इस तकनीक का इस्तेमाल करने पर ऐसा अहसास होता है की, जैसे आप खुद किसी के आमने-सामने बैठकर उसके साथ मीटिंग कर रहे हो। मगर वास्तविकता में आप उस सामने वाले व्यक्ति से मीलो दूर होते है। इस तकनीक की यही विशेषता है की, लोगों के बीच दूरी होने के बावजूद भी उनके काम पर कोई फर्क नही पड़ता, और इनके बीच का interaction काफी अच्छे से जारी रहता है।

Video conferencing के प्रकार? (Types of video conferencing in hindi)

Video conferencing के कई प्रकार होते है, जो की है –

one-on-one conversations

यह video conferencing का सबसे कॉमन प्रकार है, जिसे सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इस तरीके का इस्तेमाल करके managers अपने employees के साथ आसानी से one-on-one तरीके से प्राइवेट वीडियो chat कर सकते है। इसके अलावा इसकी मदद से किसी इंटरव्यू के प्रथम round को conduct करना भी काफी सरल और किफायती होता है।

किसी normal फ़ोन कॉल के विपरीत एक  one-on-one वीडियो conference की मदद से हम सामने वाले को देख सकते है, जिससे हमारी बात हो रही होती है। इसकी मदद से सामने वाले के expression, बॉडी language, इत्यादि को परखा जा सकता है, और इन बातों के ऊपर किसी व्यक्ति को interview में select करना है की नही उसका फैसला किया जा सकता है।

Internal video calls/team meetings

इसका काम अपने सारे टीम members को loop में रखना होता है, खास कर उन कंपनियों के लिए जिनके employees और offices एक से ज्यादा स्थानों पर मौजूद होते है। आमने-सामने की टीम मीटिंग आपको अपने टीम के सदस्यों के साथ गहरे स्तर पर जुड़ने देती हैं, और एक टीम के रूप में अपने कामों को अच्छे ढंग से करने में सहूलियत प्रदान करती है। इसकी मदद से ऐसा माहौल बनाया जाता है, ताकि सारे टीम members एक दूसरे को ठीक ढंग से सुन और देख सके, ताकि उन्हें मीटिंग करने में कोई परेशानी न हो।

External video calls/customer and vendor relationships

इसकी मदद से कोई कंपनी अपने clients के साथ communicate करती है। जब एक business अपने clients के साथ face-to-face बात-चित करती है, तब उसके बीच का relationship भी काफी अच्छा होता जाता है। लेकिन जब clients और vendors के पास जाकर मुलाकात करना संभव नही हो पाता, तब इस तकनीक की मदद से उनके साथ virtually आमने-सामने बात-चित की जाती है, ताकि उनकी परेशानियों को सुनकर दूर किया जा सके। External video कॉल का इस्तेमाल कॉल सेंटर द्वारा ग्राहकों की सेवाओं के लिए भी काफी किया जाता है।

Large/all-hands meetings

इस video conferencing के तरीके का इस्तेमाल बड़ी मीटिंग्स को करवाने के लिए किया जाता है। जैसे की वह meetings जिन्हें बड़े auditorium और स्टेडियम में करवाया जाता है, जहां काफी लोग अलग-अलग जगहों से इसमें internet की मदद से जुड़ते है। इस तरह की meetings को आम-तौर पे किसी event को celebrate करने के लिए किया जाता है, जैसे की किसी target को पूरा करने पर या फिर कंपनी के स्थापना दिवस को celebrate करने के लिए भी किया जाता है।

इसकी मदद से कंपनी के सारे offices और employees को एक साथ मीटिंग में लाकर, कंपनी के सारे कामों के बारे में update करवाया जाता है, ताकि वह एक साथ मिलकर काम को आगे बढ़ा सके।

Video conferencing इस्तेमाल करने के फायदे? (Advantages of using video conferencing in hindi)

Video conferencing को इस्तेमाल करने के काफी फायदे होते है, जिनमे से कुछ है –

  • इसके इस्तेमाल से समय की काफी बचत होती है। इसको इस्तेमाल करने पर हमे किसी के लिए इंतजार नही करना पड़ता। जो जहां पर है वही से इसको इस्तेमाल कर सकता है, और सही समय पर बाकियों से मीटिंग में जुड़ सकता है।
  • ये तकनीक लोगो के बीच की दूरी को कम करने में काफी ज्यादा मददगार है।
  • इस तकनीक के इस्तेमाल से travel पर होने वाला खर्च काफी कम हो जाता है। क्युकि यहाँ किसी व्यक्ति को दूसरे किसी से मिलने के लिए उसके पास जाने की जरुरत नही होती। इसके जगह वह इस तकनीक का इस्तेमाल करके सीधे उस इंसान के साथ virtually मीटिंग कर सकता है। 
  • इसके इस्तेमाल से एक-दूसरे से communication में काफी ज्यादा मदद मिलती है। और अपनी बातों को दुसरो तक साफ़ पहुँचाया जा सकता है।
  • इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से productivity को बढाया जा सकता है। क्युकि इसकी मदद से काफी सारे ख़र्चों को कम किया जा सकता है, फलस्वरूप कंपनी की कमाई भी काफी बढ़ जाती है।  इत्यादि।

Video conferencing इस्तेमाल करने के नुकसान? (Disadvantages of using video conferencing in hindi)

Video conferencing को इस्तेमाल करने के काफी नुकसान भी होते है, जिन में से कुछ है –

  • इसको इस्तेमाल करते समय काफी टेक्निकल ख़राबी आने की सम्भावना होती है। अगर मीटिंग के दौरान किसी hardware या software में कुछ ख़राबी आ जाए, तो उसे दूर करना कभी कभार काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
  • इसके इस्तेमाल में internation time-zone की भी काफी ज्यादा परेशानी आती है। उदाहरण के अगर कोई व्यक्ति इंडिया में बैठा हुआ है, और उससे किसी से मीटिंग करनी है, जो की अमेरिका में है, तब उस समय इन दोनों देशों के समय के फर्क के कारण काफी ज्यादा परेशानी हो सकती है।
  • किसी video conferencing system को सेट करने में काफी ज्यादा पैसे खर्च होते है। और इसे maintain करने के लिए भी लोगो को अच्छी खासी ट्रेनिंग भी देनी पड़ती है।
  • इसको इस्तेमाल करने पर, लोगों के बीच personal interaction यानि की व्यक्तिगत बातचीत की काफी कमी हो जाती है। भले ही इस तकनीक की मदद से आप सामने वाले को देख और सुन पाते हो, मगर किसी व्यक्ति से व्यक्तिगत मुकालात करने का अनुभव ये प्रदान नही कर सकती।
  • Video conferencing को इस्तेमाल करने के लिए काफी अच्छे internet कनेक्शन का होना अति-आवश्यक है, इसके ना होने पर मीटिंग के दौरान video सही से transmit और receive नही हो पायेगी और इस्तेमाल करने वालो को ना ही कुछ ठीक से दिखाई देना, और ना ही कुछ सुनाई देगा। इत्यादि। 

Video conferencing किन-किन छेत्रो में इस्तेमाल किया जाता है? (Industries where video conferencing is used in hindi)

आज के समय में video conferencing का इस्तेमाल काफी छेत्रो में किया जाता है, जिनमे से कुछ है- 

Education

आज education के छेत्र में video conferencing का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से कोई teacher एक जगह से बैठकर काफी students को एक साथ पढ़ा सकते है, जो की अलग-अलग जगहों पर मौजूद होते है। इस तकनीक की मदद से शिक्षा को दूर तक फ़ैलाने में काफी ज्यादा मदद मिलती है। इसके उपयोग से उन छात्रों को भी पढ़ाया जा सकने लगा, जिनके इलाके में कोई अच्छे स्कूल की सुविधा मौजूद नही थी।

आज काफी स्कूल भी smart class बनवाने और इस्तेमाल करने लगे है, ताकि छात्रों को एक अद्भुत पढने का माहौल प्रदान किया जा सके। इसकी मदद से आज छात्रों को अच्छे से अच्छे teachers से सीखने का मौका मिल रहा है, जो की बिना video conferencing तकनीक के कभी संभव ही ना हो पता।

Banking and finance

आज इस छेत्र में भी video conferencing का काफी ज्यादा उपयोग हो रहा है। इसकी मदद से travelling में आने वालो ख़र्चों को काफी कम किया जा रहा है, और meetings को काफी अच्छे तरीके से conduct किया जाता है। इसकी मदद से managers अपने head office के साथ online जुड़े हुए होते है, और किसी तरह की परेशानी होने पर सीधे-सीधे उनकी face-to-face मीटिंग अपने seniors के साथ बिना किसी परेशानी के conduct हो जाती है। इससे काफी ज्यादा समय की बचत होती है, और financial कामों में काफी तेज़ी आती है।

Government and public sector

सरकारी कामों में भी इस तकनीक का आज काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। सरकारी offices में meetings करवानी हो या फिर अपने projects के बारे मे समय-समय पर मंत्रालय को जानकारी देनी हो, ये सब video conferencing की मदद से किया जाता है। सरकारी मंत्रालय हर कुछ समय पर नए projects और schemes की जानकारी संबंधित offices को देने के लिए meetings कराती है, जिन्हें video conferencing तकनीक की मदद से करवाया जाता है।

Health care

हेल्थ केयर के sector में भी ये तकनीक काफी ज्यादा काम आती है। काफी ऐसे cases होते है जिनमे किसी बाहरी डॉक्टर की सहल लेनी पड़ती है, और इसके लिए उनके साथ meetings रखनी पड़ती है। इन्ही मीटिंग को करवाने में video conferencing का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा नए-नए drugs को बनाते समय कई लोग एक साथ काम किया करते है, जो की अलग-अलग जगहों पर मौजूद होते है। ये लोगो एक-दूसरे के साथ जुड़े रहने और meetings करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया करते है। 

Private sector

आज के समय में अगर सबसे ज्यादा इस तकनीक का इस्तेमक कही होता है, तो वह है private sector। हर प्राइवेट कंपनी आज के समय में अपने interview और meetings को video conferencing के जरिए ही conduct करवाना पसंद करती है। इसको इस्तेमाल करने से travelling में होने वालो ख़र्चों में काफी कमी होती है। फलस्वरूप, इसके इस्तेमाल से किसी कंपनी के ख़र्चों में काफी ज्यादा गिरावट आती है, और इसके कारण उनके profit भी काफी ज्यादा बढ़ जाते है। इत्यादि।

2022 में Video conferencing के लिए इस्तेमाल होने वाले कुछ अच्छे softwares? (Best softwares used for video conferencing in 2022 in hindi)

आज Video conferencing के लिए काफी softwares मार्केट में मौजूद है, जिनकी मदद से किसी virtual मीटिंग को आसानी से conduct करवाया जा सकता है। उनमें से कुछ softwares है –

Zoom

Zoom softwares की मदद से बेहद आसानी से online meetings को conduct करवाया जा सकता है। और इसकी मदद से काफी लोग एक साथ किसी मीटिंग में शामिल हो सकते है। इसको mobile phone पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए आप zoom.com पर जा सकते है।

Skype

ये भी एक meetings को conduct करवाने का बहतरीन software है, जिसकी मदद से आप video कॉल और meetings कर सकते है। इसकी मदद से कोई भी free में internet कॉल कर सकता है। साथ ही साथ pay-as-you-go या मासिक subscription पर, किसी के phone पर भी कॉल कर सकते है।

Microsoft Team

Microsoft Team, Office 365 में एक chat आधारित कार्यक्षेत्र है। यह लोगो को साथ जोड़ती है और साथ ही काफी सारे tools भी provide कराती है, जिनकी मदद से लोग आसानी से अपने कामों को पूरा कर पाए।

GoToMeeting

यह एक online मीटिंग conduct करवाने का software है, जिसे आज काफी ज्यादा companies और लोगो द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से एक business अपने clients और employees के साथ आसानी से जुड़ सकते है, और उनके परेशानियों को दूर करने में मदद कर सकते है।

FAQ (Frequently Asked Questions)

Q. Video conferencing का अविष्कार किसने किया?

A. एक सदस्यता सेवा के रूप में, Video conferencing का विकास United kingdom और America में 1920 के दशक के उत्तरार्ध में शुरू हुआ था, और विशेष रूप से इस तकनीक को “John Logie Baird” और AT&T’s Bell Labs द्वारा विकसित किया गया था ।

Q. Video conferencing का उद्देश्य क्या होता है?

A. Video conferencing का मुख्य उद्देश्य विभिन्न स्थानों पर दो या दो से अधिक लोगों के बीच आमने-सामने की संचार व्यवस्था को सक्षम करना होता है। और आज यह फोन कॉन्फ्रेंसिंग का एक लोकप्रिय विकल्प बनके उभरा है, जो की दूर बैठे लोगों को एक दूसरे से संचार में मदद प्रदान करता है।

Q. Video conferencing के लिए बुनियादी आवश्यकताएं क्या हैं?

A. Video conferencing को सक्षमता से करने के लिए कुछ बुनियादी चीजों की आवश्यकता होती है, जैसे की –
1. वेब कैमरा।
2. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम।
3. वीडियो डिस्प्ले स्क्रीन।
4. पर्याप्त इन्टरनेट नेटवर्क।
5. माइक्रोफोन।
6. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर।
7. मोबाइल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप। आदि।

आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।

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3 Comments

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