कैसे बने भारत में एक नर्स? | How to make career in nursing in hindi
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भारत जैसे एक देश, जहां चिकित्सा सुविधाएं अपर्याप्त हैं और बढ़ती आबादी एक समस्या बनती जा जा रही है, जिस कारण यहाँ उत्पन हुई स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जागरूकता के कारण ही अब यहां हर साल, योग्य डॉक्टरों और नर्सों की मांग बढती जा रही है। और ये ना केवल महानगरों में बल्कि टियर II, टियर III के शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में भी इनकी मांग काफी बढ़ी है।
इसीलिए आज जिनके पास nursing की डिग्री है, उनकी काफी डिमांड है। लेकिन फिर भी, आज कई युवा B.Sc nursing पूरा करने के बाद या तो आगे की पढाई में लग जाते है, या उन्हें मिलने वाली पहली नौकरी में ही घिरे हुए रह जाते है।
Nursing साइंस में करियर के रूप में रुचि रखने वाले युवा जो इसमें डिग्री हासिल करना चाहते हैं, वे nursing साइंस का अध्ययन कर सकते हैं। और तो और nursing विज्ञान की डिग्री अर्जित करने से स्नातकों को स्वास्थ्य देखभाल में अनुसंधान या प्रबंधन की भूमिका निभाने की अनुमति भी मिल जाती है। और इस course में मेडिसिन, एक सबसे लोकप्रिय और मंदी रहित उद्योगों में से एक है, जो इच्छुक उम्मीदवारों के लिए बहुत अच्छी करियर संभावनाएं और नौकरी के अवसर प्रदान करती है।
देश में हुए एक survey के अनुसार मई 2018 में, भारत में प्रति हजार जनसंख्या पर 2.5 नर्सों की WHO की सिफारिश के मुकाबले केवल 1.7 नर्स ही उपलब्ध थीं। अगर इसे दूसरे शब्दों में समझा जाए, तो देश में लगभग 2.5 मिलियन नर्सों की कमी है। और खराब शैक्षणिक सुविधाओं और जटिल के कारण ही, हर साल इसमें छात्र नामांकन की संख्या भी घटती जा रही है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 2030 तक भारत को लगभग 20 लाख डॉक्टरों और 60 लाख नर्सों की जरूरत होगी, जिस कारण इनकी मांग में भरी इजाफा आया है।
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नर्सिंग साइंस क्या है? (What is nursing science in hindi)
Nursing science विज्ञान की एक शाखा है, जो nursing और संबंधित सेवाओं के सिद्धांतों और अनुप्रयोगों से संबंधित है। Nursing विज्ञान आज चिकित्सा सेवा क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण प्रवृत्ति में सबसे आगे है, जो की रोगी केंद्रित देखभाल होती है। आज, nursing विज्ञान में करियर स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करने वाले नवीन दृष्टिकोणों के अनुसंधान और खोज में योगदान देता है। और साथ ही नर्सें अपने रोगियों को सबसे अच्छी तरह जानती हैं, साथ ही नर्सों और उनके रोगियों के बीच का विश्वास और संचार बेहतर निदान और अनुभव की सुविधा प्रदान करता है।
नर्सिंग साइंस में करियर की पात्रता? (Eligibility for career in nursing)
बीएससी nursing के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को PCB यानि की (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) और अंग्रेजी के साथ व्यक्तिगत रूप से 10+2 न्यूनतम 45 से 50% अंको के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए, जिसके बाद वे nursing साइंस में करियर बनाने के लिए पात्र होंगे।
साथ ही जो बीएससी के लिए आवेदन करने के इच्छुक हैं, उन्हें नर्सिंग (post-basic) के उपर्युक्त मानदंडों को पूरा करना होगा और उन्हें निम्नलिखित डोमेन में “भारतीय नर्सिंग काउंसिल” या समकक्ष द्वारा प्रशिक्षण का प्रमाण भी प्रस्तुत करना होगा, जो की है-
- सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग (Community Health Nursing)
- ओटी (ऑपरेशन थियेटर) तकनीक ( OT (Operation Theatre) Techniques)
- कैंसर नर्सिंग (Cancer Nursing)
- कुष्ठ नर्सिंग (Leprosy Nursing)
- मनोरोग नर्सिंग (Psychiatric Nursing)
- न्यूरोलॉजिकल और न्यूरोसर्जिकल नर्सिंग (Neurological and Neurosurgical Nursing)
- आर्थोपेडिक नर्सिंग (Orthopedic Nursing)
नर्सिंग साइंस के पाठ्यक्रम (Nursing science courses)
.नर्सिंग साइंस में उपलब्ध पाठ्यक्रम है-
- डिप्लोमा पाठ्यक्रम (Diploma Courses)
- स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम (Undergraduate Degree Courses)
- स्नातकोत्तर डिग्री पाठ्यक्रम (Post-graduate Degree Courses)
- डॉक्टरेट पाठ्यक्रम (Doctoral Courses)
नर्सिंग साइंस के लिए होने वाले प्रवेश परीक्षा? (Entrance exams for nursing science)
आज हमारे देश में nursing science के कोर्स में दाखिले के लिए कई तरह के प्रवेश परिक्षाए होती है, जिनमे से कुछ है-
- AIIMS बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा
- AFMC बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा
- JIPMER बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा
- NEIGRIHMS बी.एससी. नर्सिंग परीक्षा
- PGIMER बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा
- नर्सिंग के लिए पंजाब पैरा मेडिकल प्रवेश परीक्षा
नर्सिंग साइंस के लिए कौन-कौन से है कॉलेज? (Colleges for nursing science)
आज हमारे देश में कई ऐसे colleges है, जो nursing science का course उपलब्ध करवाते है, जिनमे से कुछ है-
कॉलेज का नाम | स्थान |
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) | दिल्ली |
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज | लुधियाना |
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) | दिल्ली |
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय | जयपुर |
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय | वाराणसी |
जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय | नई दिल्ली |
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी | लखनऊ |
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (GGSIPU) | दिल्ली |
नर्सिंग साइंस में करियर की संभावनाएं? (Career prospects in nursing science)
नर्सिंग विज्ञान में डिग्री शिक्षण, अनुसंधान और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन के छेत्र में कैरियर के रास्ते खोल सकती है। और इन कार्यक्रमों के स्नातक से उम्मीदवार मुख्य नर्सिंग अधिकारी, नर्सिंग के निदेशक, सेवा रोगी देखभाल समन्वयक या गुणवत्ता आश्वासन नर्स के रूप में भी काम कर सकते हैं।
साथ ही भारत में कई सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ, प्राइवेट क्षेत्रों में भी नर्सिंग स्नातकों के लिए नौकरी के कई अवसर होते हैं। और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के तेजी से विकास ने आज इस क्षेत्र में रोजगार को काफी बढ़ाया है। और तो और नर्सिंग के स्नातक उम्मीदवार निजी स्वास्थ्य केंद्रों में नर्सिंग पदों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। और अगर देखा जाये तो, इस देश में नर्सों की आवश्यकता कभी ना खत्म होने वाली है। इसी वजह से आज एक उम्मीदवार इस छेत्र में अपना एक बहतरीन करियर बनाने में सक्षम है।
नर्सिंग साइंस में अलग-अलग जॉब प्रोफाइल? (Different job profiles in nursing)
नर्सिंग विज्ञान के छेत्र में कई अलग-अलग तरह के job profiles, जिनमे एक उम्मीदवार काम कर सकते है, जैसे की –
स्टाफ नर्स (Staff Nurse) – इनका काम वार्ड में सभी रोगियों के लिए वार्ड की सफाई और सुरक्षा को सुनिश्चित करना होता है। साथ ही इनके द्वारा सभी रोगियों की स्थिति की नियमित रूप से निगरानी की जाती है, और समय-समय पर उनकी रिपोर्ट रोगियों की देखभाल करने वाले डॉक्टरों को दी जाती है।
नर्सिंग के शिक्षक (Teacher of Nursing) – यह कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में नए छात्रों को नर्सिंग विज्ञान के अलग-अलग विषयों को पढ़ने का काम करते है, ताकि नए उम्मीदवारों को इस छेत्र में बहतर बनाया जा सके।
उप नर्सिंग अधीक्षक (Deputy Nursing Superintendent) – यह अपने निर्धारित छेत्रो में नियमित चक्कर लगाकर विभिन्न विभागों में मरीजों को दी जाने वाली नर्सिंग देखभाल की निगरानी करते है, और इन्हें करनी होती है और इन्हें नर्सिंग अधीक्षक के बीच संपर्क अधिकारी के रूप में भी कार्य करना होता है।
नर्सिंग अधीक्षक (Nursing Superintendent) – यह चिकित्सा अधीक्षक/केंद्रों के प्रमुख के परामर्श से अस्पताल में नर्सिंग सेवाओं के आयोजन और विकास की योजना बनाते है। साथ ही यह विभिन्न नर्सिंग इकाइयों के बीच अस्पताल/केंद्र की नीतियों को लागू करने के लिए भी जिम्मेदार होते है।
सहायक नर्सिंग अधीक्षक (Assistant Nursing Superintendent) – वे यूनिट में मरीजों की कुल जरूरतों को पूरा करने में सहायता करते है, किसी यूनिट में मरीजों की नर्सिंग देखभाल के लिए नए तरीके लाते है, और दुसरे नुर्सो के लिए उसका प्रदर्शन भी करके दिखाते है। और तो और वे चिकित्सा और नर्सिंग कर्मियों के साथ यूनिट के नियमित राउंड में भी भाग लेते है।
नर्सिंग सेवा प्रशासक (Nursing Service Administrators) – वे सभी नर्सिंग स्टाफ को कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का उचित आवंटन सुनिश्चित करते हैं। साथ ही वे हर समय गुणवत्तापूर्ण रोगी देखभाल और पर्याप्त ध्यान देने के लिए नर्सिंग नीतियां को भी तैयार करते हैं। साथ ही यह सभी नर्सिंग स्टाफ के कुशल कामकाज के लिए भी जिम्मेदार होते है।
विभाग पर्यवेक्षक (Department Supervisor) – इनका काम नए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना, बजट बनाना, लक्ष्य निर्धारित करना, सूची की निगरानी करना और विभाग के अच्छे प्रदर्शन को बनाए रखना होता है।
औद्योगिक नर्स (Industrial Nurse) – कार्यस्थल दुर्घटनाओ में लगने वाले चोटों और बीमारियों को रोकने के लिए, यह नर्स संभावित खतरों की पहचान करने के प्रयास में कार्यस्थलों का आकलन करते हैं। साथ ही ये नर्सें नियोक्ताओं और कर्मचारियों को दुर्घटनाओं को रोकने और चोटों से बचने के तरीको के बारे में भी शिक्षित करते हैं।
सैन्य नर्स (Military Nurse) – थल सेना, नौसेना और वायु सेना सहित सेना की अधिकांश प्रमुख शाखाओं में सैन्य नर्स अपनी सेवा प्रदान करते हैं। साथ ही वे सैनिकों और उनके परिवारों के लिए भी रोगी देखभाल प्रदान करते हैं, और घायल सैनिकों के लिए चिकित्सा कर्तव्यों का पालन करते हैं।
नर्सिंग सुपरवाइजर या वार्ड सिस्टर (Nursing Supervisor or Ward Sister) – इनका काम स्टाफ नर्सों और छात्रों का यूनिट के चिकित्सक / सर्जन द्वारा निर्धारित रोगियों के उपचार के लिए सही मार्गदर्शन करना होता है। इसके अलावा यह रोगियों के निदान, स्थिति और उपचार से संबंधित सभी अभिलेखों की जांच करते है, और उन अभिलेखों का उचित रखरखाव भी सुनिश्चित करते है।
जूनियर साइकियाट्रिक नर्स (Junior Psychiatric Nurse) – यह व्यक्तिगत रोगी योजनाओं को विकसित करने के लिए उपचार टीमों के साथ मिलकर काम करते है, जिसका उद्देश्य देखभाल को अधिकतम करना और रोगियों को उत्पादक जीवन जीने में मदद करना होता है। साथ ही वे रोगियों और उनके परिवारों को बीमारी के बारे में समझने में मदद करते है, साथ ही उन्हें अपनी व्यक्तिगत परामर्श भी प्रदान करते हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य नर्स (Community Health Nurse) – सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सें विभिन्न समुदायों को बीमारी की रोकथाम, सुरक्षित स्वास्थ्य प्रथाओं, पोषण और कल्याण के बारे में शिक्षित करके, उनके स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं। इत्यादि।
नर्सिंग साइंस में रोजगार के क्षेत्र? ( Employment sector in nursing science)
Nursing में कई अलग-अलग रोजगार के क्षेत्र होते है, जहां इसके एक उम्मीदवार को नौकरी मिल सकती है, जैसे की-
- सरकार द्वारा संचालित अस्पताल (Government-run hospitals)
- निजी अस्पताल (Nursing homes)
- शिक्षण संस्थानों (Educational institutions)
- इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (Indian Red Cross Society)
- भारतीय नर्सिंग परिषद (Indian Nursing Council)
- राज्य नर्सिंग परिषद (State Nursing Council)
- सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super specialty hospital)
- इंडस्ट्रीज (Industries)
- वृद्धाश्रम (Old age homes)
- सशस्त्र बल (Armed forces)
- आरोग्य (Sanatoriums)
नर्सिंग साइंस के लिए विदेश में करियर की संभावनाएं?
नर्सिंग एक काफी लोकप्रिय क्षेत्र है, और nursing साइंस की पढ़ाई करके एक उम्मीदवार अपने लिए रोजगार के कई अवसर खोल सकते हैं। और आज ना केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी nursing में करियर के अवसर बहुत अधिक हैं। आज हर दिन अधिक से अधिक नर्सिंग कॉलेज खुलने के साथ, यह सेवा के लिए आवश्यक कुशल और योग्य लोगों की आवश्यकता में भी काफी इजाफा आया है।
आज भारत के साथ विदेशो में भी nursing के उम्मीदवारों को अच्छी नौकरिया मिलने लगी है, जिनमे से कुछ जगहें होते है – सरकारी और निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम, सेनेटोरियम, क्लिनिक, और स्वास्थ्य के मुद्दों पर काम करने वाले अन्य संगठन। और आज नर्सों की उच्च मांग और अच्छे वेतन वाले कुछ शीर्ष देश की है – ऑस्ट्रेलिया, यूके, नॉर्वे, नीदरलैंड, दुबई, कनाडा, अमेरिका और न्यूजीलैंड।
आज अमेरिका में नर्सों के लिए रोजगार के कुछ सबसे आम अवसरों में कुछ हैं-
- अस्पतालों में काम – अस्पताल की नर्सें।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य नर्स – समुदाय में समग्र स्वास्थ्य में सुधार के लिए व्यक्तियों और समूहों के साथ मिलकर काम करना।
- कार्यालय नर्स – डॉक्टर के कार्यालय में या आउट पेशेंट क्लिनिक में रोगियों की देखभाल करना।
- लंबे समय तक देखभाल करने वाली नर्सें – सहायक रहने की सुविधाओं या नर्सिंग होम में निवासियों की देखभाल) करना। इत्यादि।
नर्सिंग साइंस में टॉप भर्ती करता? (Top recruiters in nursing science)
आज के समय नर्सिंग के छेत्र में टॉप रिक्रूटर्स है-
- मेदांता मेडिसिटी (Medanta Medicity)
- वैश्विक अस्पताल (Global Hospitals)
- मणिपाल अस्पताल (Manipal Hospital)
- अपोलो अस्पताल उद्यम (Apollo Hospitals Enterprise)
- वॉकहार्ट अस्पताल (Wockhardt Hospitals)
- फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare)
- मैक्स अस्पताल (Max Hospital)
- अन्य स्वास्थ्य इकाइयाँ (Other healthcare units) इत्यादि।
नर्सिंग में कितना मिलता है पैसा? (Salary in nursing science)
नर्सिंग के छेत्र में किसी उम्मीदवार के अनुभव के साथ उसके वेतन में भी काफी इजाफा होता है। और एक उम्मीदवार 20 हज़ार तक के शुरुवाती बेतन की उम्मीद कर सकते है, जो की दो से तीन साल के अनुभव के बाद 30 हज़ार तक भी पहुच सकती है। आइये अब देखते है नर्सिंग साइंस के कुछ विभिन्न पदों के वेतनमान, जो की है-
जॉब प्रोफाइल | औसत वेतन |
नर्सिंग प्रशिक्षक | 2 लाख |
नर्स शिक्षक | 2.5 लाख |
नर्स (आईसीयू) | 4.5 लाख |
मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव | 2 लाख |
नर्स / मिडवाइफ | 7 लाख |
FAQ (Frequently Asked Questions)
क्या लड़के भी बन सकते है एक नर्स?
हां, बिलकुल, हालाँकि आज भी कई लोगों को ऐसा लगता है की नर्स सिर्फ एक लड़की होती है, मगर इस कोर्स की पढाई कोई भी कर सकते है, और एक पेशेवर नर्स बन सकते है।
क्या भारत में नर्सिंग साइंस एक अच्छा करियर है?
हां, भारत में आज नर्सिंग एक उत्कृष्ट पेशा है, जिसमें अस्पताल या नर्सिंग होम में चिकित्सा रोगियों की देखभाल करना शामिल है। और अस्पतालों की संख्या में वृद्धि के साथ, नर्सिंग विज्ञान स्नातकों की आवश्यकता लगातार बढती जा रही है।
भारत में नर्स बनने के लिए किस डिग्री की आवश्यकता होती है?
भारत में नर्स बनने के लिए आपके पास B.Sc. नर्सिंग की डिग्री होनी चाहिए।
क्या नर्सें डॉक्टरों से ज्यादा कमाती हैं?
नही, डॉक्टरों का वेतन नर्सों की तुलना में काफी अधिक होता है, जिसका मुख्य कारण उनकी शिक्षा, उपाधि और लाइसेंस का महत्व होता है।
आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।
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