Coca-cola and pepsi में क्या है अंतर? | Difference between coca-cola and pepsi in hindi
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हम सभी ने अपनी जिंदगी में कभी ना कभी soda तो जरुर पिया होगा । हम में से काफी लोगों को तो इसकी लत भी लग जाती है। मगर क्या आपको मालूम है, कैसे इस साधारण soda को cola में बदल कर एक बिलियन डॉलर उद्योग को खड़ा किया गया, जो की एक सदी से भी ज्यादा समय से market पर राज़ किए हुए है?
अगर नही तो आज हम ऐसे ही कुछ दिलचस्प चीजों के बारे में जानने वाले है । साथ ही हम यह भी जानेंगे की दुनिया की दो सबसे बड़ी cola बनाने वाली कंपनियों “Coca-Cola” and “Pepsi” में आखिर क्या अंतर है, और इनदोनो ने ऐसा क्या किया जो आज यह इस cola उद्योग पर अपना राज कायम किए हुए है।
हम में से लगभग सभी को Coca-Cola के बारे में पता होगा, और इसका कारण है कि यह लगभग हर जगह मौजूद है। आज यह कोला drink “North Korea” और “Cuba” को छोड़कर दुनिया की हर जगह पर बेचीं जाती है। इन दो देशो के अलावा बाकी सभी जगहों पर यह एक काफी लोकप्रिय पेय पदार्थ के रूप में परिचित है।
साथ ही आज इसका प्रचार हर जगह बड़े पैमाने पर किया जाता है, जिनमे बड़े television shows और movies भी शामिल है। आज यह हर party ही शान बन चुकी है, जिस कारण कई जगहों पर तो इसके बिना बड़े त्योहारों और events की कल्पना भी नही की जाती है।
हालांकि जब हम किसी restaurant में जाते है, और वहां Coca-Cola की मांग करते है तब अक्सर हमें यह भी सुनने को मिलता है की, “हमारे पास coke नहीं है, क्या pepsi चलेगी” और हम बिना ज्यादा सोचे हां कह देते है।
मगर क्या आपने कभी सोचा है, की इन दोनों में आखिर फर्क क्या है? क्या pepsi कम लोकप्रिय है? या कुछ और? अगर नही तो ज्यादा सोचिए मत, आज हम उसी के बारे में जानने वाले है।
Table of Contents
कब और कैसे बना कोका-कोला? (How was coca-cola made in hindi)
Coca-Cola को साल 1885 में अमेरिका के Georgia राज्य के “columbus” नामक जगह में एक दवा की दुकान में तैयार किया गया था। इसे एक घायल सिपाही “John Stith Pemberton” द्वारा अपनी अफीम की लत छुड़ाने के उद्देश्य बनाया गया था, ताकि यह उन्हें अफीम छोड़ने में मदद कर सके। इसी क्रम में उन्होंने एक french कोला wine तैयार की, जिसे शराब, कैफीन और कोकीन को साथ में मिलकर बनाया गया था।
इसे बनाने का एक कारण तो इसे पीकर मन की शांति को प्राप्त करना था, अगर बाद में इसे अपच, तंत्रिका विकार, सिरदर्द और नपुंसकता के इलाज के तौर पर भी बेचा जाने लगा। मगर साल 1886 में शराब को इससे हटा दिया गया, और असल Coca-Cola के पहले बैच को तैयार किया गया। हालांकि 19वी सदी के शुरुआती समय तक इसमें कोकीन का इस्तेमाल जारी रहा।
दुःख ही बात यह है की Pemberton ने अपने जिस अफीम की लत को छुड़ाने के उद्देश्य से इसे तैयार किया था, उसे वो कभी हासिल नहीं कर पाए और उनकी मौत अफीम के कारण ही हो गयी। मगर उन्होंने दुनिया को Coca-Cola के रूप कुछ ऐसा दे दिया, जो आज भी सबके दिलो में छाया हुआ है।
कब और कैसे बनी पेप्सी? (How was pepsi made in hindi)
Pepsi को भी चिकित्सा उद्देश्यों के लिए ही तैयार किया गया था, मगर कोका-कोला के बनने के लगभग एक दशक बाद। इसे साल 1893 में अमेरिका के North Carolina राज्य के “New Bern” नामक जगह में एक छोटे से दवा स्टोर में बनाया गया था। शुरुआती पांच सालों तक इस drink का नाम “Brad’s Drink” था, जो की इसके रचेता अमेरिकी फार्मासिस्ट “Caleb Bradham” के नाम पर रखा गया था।
इसके बाद साल 1898 में इस drink के नाम को बदल कर pepsi-cola रख दिया गया, जो की इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री, पाचन एंजाइम pepsin और कोला nuts के ऊपर रखा गया था। इसे बनाने वाले इसके चिकित्सा गुणों के ऊपर भी काफी दावा करते थे। उनका यह कहना था कि, यह drink पाचन शक्ति को अच्छा कर देती है, साथ ही शरीर के ताकत को भी बढ़ाने में मदद करती है।
काफी होती है सामग्री?
आइए अब जानते है, आखिर क्या होता है इस drinks के अंदर जो इन्हें इतना tasty बनता है, और लोगों को अपनी तरह इतना ज्यादा आकर्षित करता है।
- एक 350 ml Coca-Cola के Can में लगभग 39g sugar मौजूद होती है, जो की लगभग 8 छोटी चम्मच के बराबर है।
- वही pepsi में 41g sugar होती है, जो की लगभग 8.2 छोटी चम्मच के बराबर है।
- साथ ही Pepsi अपनी drink में ज्यादा मिठास के लिए sweeteners का भी इस्तेमाल करती है, ताकि इस drink को ज्यादा मीठा बनाया जा सके।
- जहां तक caffeine की मात्रा की बात है, तो Pepsi के एक can में लगभग 38 mg caffeine होती है, वही Coca-Cola में इसकी मात्रा 34 mg होती है।
इन आंकड़ों को देख यह तो कहा ही जा सकता है कि, शायद हमारी यह पसंदीदा drinks, हमारे सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद ना साबित हो।
कैसी है बिक्री? (Coca-cola and pepsi sell)
यह दो drinks आज पूरी दुनिया में छाई हुई है, और हर साल बिलियन gallons की मात्रा में इनकी खपत होती है। सिर्फ अमेरिका में हर साल कोका-कोला लगभग 2.3 बिलियन गैलन drinks बेच देती है, जो की रोज का लगभग 6.4 million गैलन होता है।
वही Pepsi सिर्फ इसका आधा 1.2 बिलियन गैलन बेचती है, जो की रोज का लगभग 3.4 million गैलन होता है। इन आंकड़ों से यह तो साफ़ है की आज cola की दीवानगी सब लोगों में किस कदर चाई हुई है।
कैसा है इन कंपनियों में मुकाबला? (Coca-cola and pepsi fight)
अब तक हमने काफी जान लिया की इन drinks को किन चीजों से तैयार किया जाता है, और इनके cans में कौन सी सामग्री कितनी मात्रा में मौजूद होती है। तो आइए अब हम जानते है, आखिर यह दोनों cola कंपनियां आखिर एक-दूसरे के मुकाबले में कैसी है।
हर कंपनी का एक मार्केट कैप होता है, जो मूल रूप से यह बताने का एक शानदार तरीका है कि, कंपनी की कीमत कितनी है। Coca-Cola का मार्केट कैप $180 billion डॉलर से भी ज्यादा है। वही Pepsi का मार्केट कैप लगभग $150 billion डॉलर है, जिसे देखकर ज्यादा अंतर तो नहीं लगता, मगर $30 billion डॉलर भी काफी बड़ी संख्या है । हालांकि इन दोनों की वार्षिक revenue कुछ अलग ही कहानी बयां करती है।
जहां साल 2021 में कोका-कोला की वार्षिक revenue लगभग $35 बिलियन डॉलर थी, वही पेप्सी की revenue लगभग $65 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा रही। तो ये आकड़ा कैसे बढ़ गया? क्या ज्यादा लोग Coca-Cola खरीद रहे है, मगर Pepsi की कीमत ज्यादा है? तो इसका जवाब है, नहीं।
हमे यह समझने की जरुरत है की Coca-Cola और Pepsi सिर्फ soda नही बेचते, इनके अलावा यह कंपनिया काफी और चीज़े बनाती और बेचती है। इसी कारण इनकी वार्षिक revenue में यह फर्क आया है।
हाल ही के data के अनुसार, Coca-Cola का soft drink market के 51% हिस्सा पर कब्ज़ा है, जबकि Pepsi केवल 22% हिस्से का मालिक है। आज Coca-Cola कंपनी 35 अलग-अलग brands की मालिक है, जिनमे Fanta, Sprite, Powerade, Vitamin water और कई अन्य drinks शामिल है।
वही Pepsi के पास 22 अलग-अलग brands है, जिनमे 7up, Mountain Dew, Doritos, इत्यादि जैसे नाम शामिल है। साथ ही Pepsi की Starbucks जैसी कंपनी के साथ भी partnership भी है । आखिर में देखा जाए तो आज Coca-Cola कंपनी के पास लगभग 3500 products है, वही Pepsi के पास लगभग 1200 अलग-अलग products है। जिनसे यह दोनों कंपनिया इस पूरे market में राज़ किए हुए है।
इनमे कितने लोग करते है काम? (Coca-cola and pepsi employees)
आप लोग यह जरूर सोच रहे होंगे की, इनती बड़ी और इतनी ज्यादा पैसे वाली कंपनियों में कितने लोग काम करते होंगे? तो चलिए आपका इन्तजार अब ख़त्म करते है, और आइए जानते है इसके बारे में। आज Coca-Cola कंपनी में 1 लाख 30 हज़ार से भी ज्यादा लोग काम कर रहे है। वही Pepsi में यह आकड़ा 2 लाख 70 हज़ार से भी ज्यादा है।
देखा जाए तो, रोजगार देने के मामले में Pepsi कोला-कोला से कही ज्यादा आगे निकल चुकी है। यह आकड़ा थोडा बहुत समझ में भी आता है, क्युकी Pepsi के उत्पादों की variety और net revenue दोनों ही कोला-कोला से ज्यादा है, जिसका मतलब यह है की Pepsi आसानी से अधिक लोगों नौकरी दे सकती है।
तो जैसा की हमने अब तक जाना, Pepsi और Coca-Cola जितनी एक जैसी लगती है, असल में एक दूसरे से उतनी ही अलग है। हालांकि आज Coca-cola का नाम काफी ज्यादा बड़ा है, और यह Pepsi से कही ज्यादा लोकप्रिय भी है।
मगर Pepsi ने भी अपने brand को काफी बड़ा बनाया है, और यह दोनों ही कंपनिया बुलंदी के सिखर पर कायम है। और आज यह कहना भी काफी ज्यादा मुश्किल है की, कोई और कंपनी इन दोनों कंपनियों को टक्कर देने के लायक कभी बन भी पाएंगी या नही।
आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।
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