जापानी सुपर कंप्यूटर Fugaku क्या है? | Fugaku supercomputer in hindi
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जैसा की आज हम सभी जानते है, कंप्यूटर का इस्तेमाल हर जगह और हर छेत्र में किया जा रहा है। आज इसकी मदद से हर एक मुश्किल काम को आसानी से पूरा कर लिया जाता है। कंप्यूटर ने आज किसी भी काम में लगने वाले समय को काफी ज्यादा घटा दिया है, और तो और इसकी मदद से हम कई सारे कामों को एक साथ भी पूरा कर सकते है।
मगर आज ऐसे भी कई तरह के काम होते है, जिन्हें इन घरेलु इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटरों से पूरा नही किया जा सकता। इन कामों को करने के लिए काफी ज्यादा हाई processing पॉवर की जरुरत पड़ती है, जो आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटरों में मौजूद नही होते। इसीलिए इन कंप्यूटरों पर बड़े और ज्यादा processing वाले कामों को नही किया जाता।
इन्ही सब परेशानियों को दूर करने के लिए supercomputers को बनाया जाता है, जो काफी ज्यादा हाई स्पीड के होते है। अपनी high processing क्षमता के कारण यह machines किसी भी मुश्किल task को आसानी से पूरा कर लेते है| ऐसा ही एक सुपर कंप्यूटर अब जापान में तैयार किया गया है, जिसका नाम “Fugaku” रखा गया है| इसके बारे में जानने से पहले आइए हम पहले जानते है की एक सुपर कंप्यूटर का मतलब आखिर होता क्या है, और इसकी हमें क्यों जरूरत होती है।
एक सुपर कंप्यूटर वह मशीन होती है, जो कि लाखों-करोड़ों calculations को सिर्फ एक सेकंड में करने के काबिल होती है। इनमे काफी ज्यादा power के processors का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि मुश्किल से मुश्किल problems को सुलझाया जा सके। इनका इस्तेमाल काफी महत्वपूर्ण कामों में किया जाता है, जैसे की –
- इनका इस्तेमाल weather forecasting यानि की मौसम की भविष्यवाणी के लिए किया जाता है। यहाँ इन कंप्यूटर की मदद से पूरी पृथ्वी के मौसमी माहौल को digitally तैयार किया जाता है, ताकि आने वाले तूफानों और आने वाली आपदाओं का अनुमान लगाया जा सके। साथ ही इनसे आने वाले मौसम में बदलाव का भी पता लगाया जाता है, ताकि किसानों और आम लोगों को इसकी चेतावनी पहले से ही दी जा सके।
- इसको nuclear हथियारों के testing के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। क्युकी इन nuclear से संबंधित चीजों में radiation का खतरा काफी ज्यादा होता है, इसलिए इन सब के testing के लिए अब लोगों के जगह कंप्यूटर का ही इस्तेमाल किया जाता है। ताकि लोगों की सेहत को ज्यादा खतरा ना हो सके।
- पहले nuclear हथियारों को असली जगह पर टेस्ट किया जाता था, जिससे वह पूरा इलाका बर्बाद हो जाता है, और वहां radiation की मात्रा भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है। इसी कारण अब इन हथियारों को super कंप्यूटर की मदद से digitally बनाए हुए virtual reality माहौल में टेस्ट किया जाता है। और इसी कारण अब इन हथियारों की testing से पर्यावरण को भी कोई नुकसान नही पहुचता।
- साथ ही इनका इस्तेमाल कई सारी बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों के chemical formulas को बनाने और उन्हें टेस्ट करने के लिए भी किया जाता है। ताकि जानलेवा बीमारियों की सटीक दवाई बनाई जा सके, जो की इन बीमारी को जड़ से खत्म कर सके।
- इनका इस्तेमाल अंतरिक्ष एजेंसियां भी करती है, ताकि कई सारे अलग-अलग experiments को digitally बनाए माहौल में किया जा सके, जो की भविष्य के उनके space exploration में काम आए। इत्यादि।

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Fugaku supercomputer क्या है? (What is fugaku supercomputer in hindi)
यह जापान का बनाया हुआ एक सुपर कंप्यूटर है, और इसका नाम वहां के एक नामी पहाड़ “”Mount Fuji” के लिए इस्तेमाल होने वाले एक वैकल्पिक नाम के आधार पर रखा गया है। यह कंप्यूटर जापान के एक शहर “Kobe” के “RIKEN Center for Computational Science” (R-CCS) में रखा गया हैं। इसका निर्माण साल 2014 में शुरु किया गया था, और यह साल 2021 में बनकर तैयार हो गया। इस समय Fugaku दुनिया का सबसे बहतरीन और सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर है।
माइक्रो प्रोसेसर (Microprocessor ) | Fujitsu A64FX |
CPU | ARM version 8.2A |
Operating system (O.S) | Linux-based kernel |
मेमोरी (Memory) | 32 GiB |
स्पीड (Speed) | 400+ PFLOPS |
स्टोरेज (Storage) | 1.6 TB NVMe SSD/16 nodes |
Fugaku को Fujitsu कंपनी के अपने पहले बनाए सुपर कंप्यूटर “K computer” से 100 गुना ज्यादा तेज़ और शक्तिशाली बनाने का उद्श्ये रखा गया था, जो की इस कंपनी द्वारा हासिल कर लिया गया। इसकी ताकत के कारण इस supercomputer ने मौजूदा समय के सभी सुपर कंप्यूटरों को पीछे छोड़ दिया।
Fugaku supercomputer का इतिहास? (Fugaku supercompter history)
23 मई, 2019 में RIKEN ने यह घोषणा की थी की वो अपने अगले supercomputer पर काम कर रहे है, जिसका नाम “Fugaku” रखा गया है। इसका बाद अगस्त, 2019 में Fugaku के प्रतीक चिन्ह को पहली बार दुनिया के सामने रखा गया। जापान के जाने-माने पहाड़ “Mount Fuji” के नाम पर रखा गया इसका नाम इसके हाई performance और अपने उपयोगकर्ताओं की विस्तृत श्रृंखला को दर्शाता है। इसे ज्यादा से ज्यादा शक्तिशाली बनाने का प्रयास किया गया है।

नवंबर 2019 में कम से कम बिजली के इस्तेमाल से चलने वाले supercomputers के लिए बनाए जाने वाले “Green500” लिस्ट में Fugaku के prototype ने पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद, जून 2020 में IBM के “Summit” supercomputer को पछाड़कर Fugaku दुनिया के सभी शक्तिशाली कंप्यूटरों के लिए बने “TOP500” लिस्ट में दुनिया का सबसे तेज supercomputer बन गया। यह supercomputer साल 2021 में बनकर तैयार हुआ, और इससे कोरोना महामारी से जुड़े researches में भी मदद ली जा रही है।
मानव मस्तिष्क की तुलना में Fugaku supercomputer?
अगर हम इस सुपर कंप्यूटर की तुलना अपने मस्तिष्क से करे तो, एक मानव मस्तिष्क को काम करने के लिए सिर्फ 20 watt बिजली जितनी energy की जरुरत पड़ती है। वही दुनिया के सबसे तेज सुपरकंप्यूटर Fugaku को चलने के लिए लगभग 28.3 मिलियन watt बिजली की जरूरत पड़ती है।
अगर इसकी काम करने की तुलना की जाए तो, अगर एक इंसान किसी calculation को एक सेकंड में पूरा करता है, तो वह इंसान करोड़ो साल में जितना calculation कर पाएगा, उतना यह सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में करने में सक्षम है।
Fugaku supercomputer की कीमत? (Fugaku supercompter cost)
इस सुपर कंप्यूटर को बनाने में काफी ज्यादा पैसे खर्च किए गए है। इसे बनाने के पूरे प्रोग्राम की कुल लागत लगभग 130 बिलियन जापानी येन या 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। भारतीय रुपये में इसका हिसाब लगाया जाए तो यह लगभग 700 करोड़ होती है।

क्या इसे कोई भी खरीद सकता है?
जैसा की हमने जाना, इन supercomputers की कीमत करोड़ो में होती है, तो किसी आम इंसान के लिए इसे लेना उसके सोच से भी बाहर है। हालाँकि अगर कोई व्यक्ति इन supercomputers को करोड़ो रूपये खर्च करके लेना भी चाहे, तो भी वो इन्हें अपने घर पर नही रख सकते। इसका कारण इन computers का बड़ा size होता है।
इनका size लगभग दो टेनिस के मैदान जितने बड़ा हो सकता है, जिस कारण इनको setup करने के लिए काफी बड़े जगह की आवश्यकता होती है।
आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।