10 great indian scientists details in hindi

10 भारतीय वैज्ञानिक जिन्होंने दुनिया बादल दी? | 10 great indian scientists details in hindi?

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भारत में आजतक ऐसे कई लोगों का जन्म हुआ है, जिन्होंने अपना और इस देश का नाम काफी ऊँचा किया है। उनके महत्वपूर्ण योगदानों ने उन्हें समाज में एक अलग मुकाम पर खड़ा किया है। मगर क्या आपको मालूम भारत के उन कुछ great indian scientists के बारे में, जिनके योगदान से विज्ञान ने काफी ज्यादा तरक्की की है? 

अगर नही तो आइये आज हम जानते है वैसे ही कुछ great indian scientists के बारे में, जिन्होंने अपनी खोजों से दुनिया ही बदल दी।

1-5 : Great indian scientists list in hindi 

1 : Jagadish Chandra Bose (1858-1937)

जगदीश चंद्र बोस का जन्म 30 नवंबर सन् 1858 में मुंशीगंज “विक्रमपुर” बंगाल प्रेसीडेंसी (वर्तमान बांग्लादेश) में एक बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था। वह एक भौतिक विज्ञानी, जीवविज्ञानी, वनस्पतिशास्त्री और पुरातत्वविद थे। उन्होंने रेडियो और microwave optics की जांच में कई बड़े कदम उठाए, विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारतीय उपमहाद्वीप में प्रायोगिक विज्ञान की नींव रखी। 

बोस को रेडियो विज्ञान के पिता के रूप में जाना जाता है । साथ ही उन्हें बंगाली विज्ञान कथाओं के जनक के रूप में भी जाना जाता है। पौधों के विज्ञान में भी उनकी खासी रुचि थी, और उन्होंने पौधों की वृद्धि को मापने के लिए एक यंत्र “crescograph” का भी आविष्कार किया था। उनके सम्मान में चंद्रमा पर एक crater यानी की एक गड्ढे का नाम उनके नाम पर रखा गया है।

2 : Srinivasa Ramanujan  (1887-1920)

श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर सन् 1887 को “इरोड”, मद्रास प्रेसीडेंसी (वर्तमान तमिलनाडु, भारत) में एक तमिल ब्राह्मण अयंगर परिवार में हुआ था। वह एक शुद्ध गणितज्ञ थे, जिन्होंने ज्यादातर चीज़े स्वयं ही सीखी थी। 

उनके अत्यधिक मूल्यों के कामों ने संख्या सिद्धांत और हाल ही में भौतिकी में भी काफी समृद्ध हासिल की है, और नए सिद्धान्तओ की खोज में काफी मदद की है । रामानुजन इंग्लैंड के “Royal Society” की फैलोशिप से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय थे।

यह सदस्यता रामानुजन को उनके गणित के छेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया गया था। अपने छोटे जीवनकाल में उन्होंने शुद्ध गणित में चार हज़ार से ज्यादा प्रमाण, पहचान, अनुमान और समीकरण बनाए थे। साथ ही String theory में उनके योगदान ने आधुनिक भौतिकी में एक क्रांति ला दी। आज भी रामानुजन को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित गणितज्ञों में से एक माना जाता है।

3 : CV Raman (1888-1970)

इनका पूरा नाम चंद्रशेखर वेंकट रमण था । उनका जन्म 7 नवंबर सन् 1888 को “तिरुचिरापल्ली”, मद्रास प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश राज (वर्तमान त्रिची, तमिलनाडु) में एक हिंदू तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह एक भारतीय भौतिक विज्ञानी थे, जिन्होंने प्रकाश के प्रकीर्णन के क्षेत्र में ज़बरदस्त प्रयोग किए, जिसे (Raman scattering effects) के रूप में जाना जाता है।

इस प्रयोग के लिए उन्हें सन् 1930 में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। साथ ही उनके महत्वपूर्ण कामों के लिए उन्हें साल 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्‍न से भी सम्मानित किया गया था।

4 : Meghnad Saha (1893-1956)

मेघनाद साहा का जन्म 6 अक्टूबर सन् 1893 को “शारतोली”, ढाका के पास एक गाँव, ब्रिटिश भारत के पूर्व बंगाल प्रेसीडेंसी में (वर्तमान बांग्लादेश) में हुआ था। वह एक प्रसिद्ध भारतीय खगोल वैज्ञानिक थे जिन्होंने दुनिया को आयनीकरण का सिद्धांत दिया था जो “Stellar spectra” की उत्पत्ति की व्याख्या करता है। 

उनके सबसे प्रसिद्ध काम में तत्वों के थर्मल आयनीकरण का संबंध था, जिसने उन्हें एक समीकरण तैयार करने के लिए प्रेरित किया, जो कि “Saha equation” के रूप में जाना जाता है। 

साहा के सिद्धांतो को आधुनिक खगोल भौतिकी का प्रारंभिक बिंदु माना जा सकता है। साथ ही उन्होंने सौर किरणों के वजन और दबाव को मापने के लिए एक उपकरण का भी आविष्कार किया था। साहा को उनके योगदान के लिए भौतिकी में नोबेल पुरस्कार के लिए भी कई बार नामांकित किया गया था।

5 : Satyendra Nath Bose (1894-1974)

सत्येन्द्र नाथ बोस का जन्म 1 जनवरी सन् 1894 में कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में एक बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था। वह सैद्धांतिक भौतिकी में विशेषज्ञता वाले एक भारतीय भौतिक विज्ञानी थे। उन्हें quantum mechanics में अपने कामों के लिए काफी जाना जाता है। 

उनकी खोज बोस-आइंस्टीन statistics की नींव और बोस-आइंस्टीन के सिद्धांत को संक्षिप्त करती है। बोस एक खुद से सीखे विद्वान थे, और भौतिकी के अलावा उन्हें गणित, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, खनिज विद्या, साहित्य और संगीत सहित विभिन्न क्षेत्रों में भी काफी रुचि थी।

6-10 : भारत के 10 महान वैज्ञानिक 

6 : Homi J.Bhabha (1909-1966)

इनका पूरा नाम “होमी जहांगीर भाभा” था। इनका जन्म 30 अक्टूबर सन् 1909 में बम्बई (वर्तमान मुंबई), भारत में एक प्रमुख धनी पारसी परिवार में हुआ था। वह एक भारतीय परमाणु भौतिक विज्ञानी और साथ ही वह भारत के परमाणु कार्यक्रमों के पीछे के mastermind भी थे। 

उन्होंने quantum सिद्धांत और ब्रह्मांडीय विकिरण, electronics, अंतरिक्ष विज्ञान, रेडियो खगोल विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान के क्षेत्र में भी अपना काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

वह great indian scientists में से एक थे, जिन्हें भारत सरकार के साथ-साथ विदेशी विश्वविद्यालयों के कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। उन्हें साल 1954 में भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार “पद्म भूषण” से सम्मानित किया गया था ।

7 : S.Chandrashekar  (1910-1995)

इनका पूरा नाम “सुब्रह्मण्यन चंद्रशेखर” था। उनका जन्म 19 अक्टूबर सन् 1910 को लाहौर, पंजाब, ब्रिटिश भारत (वर्तमान पाकिस्तान) में एक तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह एक भारतीय-अमेरिकी खगोल वैज्ञानिक थे। 

उन्हें सितारों की संरचना और विकास के महत्व की भौतिक प्रक्रियाओं के सैद्धांतिक अध्ययन के लिए साल 1983 में “William A. Fowler” के साथ भौतिकी के नोबेल  पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

उनके अध्ययन ने बड़े पैमाने पर सितारों और black hole के विकास के चरणों में अधिक अंतर्दृष्टि दी। साथ ही “Chandrasekhar limit” सिद्धांत का नाम उनके नाम पर रखा गया, जो की एक स्थिर सफेद बौने तारे का अधिकतम द्रव्यमान होता है। भारत सरकार द्वारा उन्हें साल 1968 में देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार “पद्म विभूषण” से भी सम्मानित किया गया था।

8 : Vikram Sarabhai (1919-1971)

इनका पूरा नाम “विक्रम अंबालाल साराभाई” था। उनका जन्म 12 अगस्त सन् 1919 को अहमदाबाद, भारत में हुआ था । उन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है। उन्होंने रूसी “Sputnik satellite” के launch के बाद भारत जैसे विकासशील देश के लिए एक अंतरिक्ष कार्यक्रम के महत्व पर सरकार को आश्वस्त किया, और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना की। 

इसके बाद भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने रक्षा उद्देश्यों के लिए परमाणु प्रौद्योगिकी के स्वदेशी विकास के लिए नींव रखी। उनके इन्हीं सब महत्वकांशी कामों के लिए भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण दोनों पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

9 : Venkatraman Radhakrishnan (1929-2011)

वेंकटरमन राधाकृष्णन का जन्म 19 मई सन् 1929 को मद्रास, मद्रास प्रेसीडेंसी (वर्तमान चेन्नई), भारत में हुआ था। वह एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक और “swedish academy of sciences” के सदस्य थे। वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित खगोल भौतिकीविद् थे।

साथ ही वह हलके विमान और पाल नौकाओं के डिजाइन और निर्माण के लिए भी काफी प्रसिद्ध थे। उनके निष्कर्षों ने वैज्ञानिकों को पल्सर, इंटरस्टेलर बादल, आकाशगंगा और विभिन्न अन्य खगोलीय पिंडों के पीछे के रहस्यों को उजागर करने में काफी ज्यादा मदद की।

10 : APJ Abdul Kalam (1931-2015)

इनका पूरा नाम “अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम” था। उनका जन्म 15 अक्टूबर सन् 1931 को पम्बन द्वीप, रामेश्वरम, मद्रास प्रेसीडेंसी (वर्तमान तमिलनाडु राज्य) मे एक तमिल मुस्लिम परिवार में हुआ था। वह एक भारतीय वैज्ञानिक थे, जिन्होंने भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया था। उन्होंने भौतिकी और Aerospace इंजीनियरिंग का अध्ययन किया था। 

वह भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य missile विकास प्रयासों में भी गहन रूप से शामिल थे। उन्हें बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण और वाहन प्रौद्योगिकी के विकास के लिए “भारत के मिसाइल मैन” के रूप में भी जाना जाता है। साथ ही उन्होंने भारत के विभिन्न परमाणु कार्यक्रमों में एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई थी।

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