career in raw in hindi

RAW में कैसे करे नौकरी? | How to make a career in RAW in hindi

पोस्ट को share करें-

कैसे बने RAW agent, [jobs in indian intelligence services], RAW में नौकरी, कैसे बने एक जासूस, raw meaning in hindi, raw india, raw agency, raw agent salary, raw agent, spy jobs, ख़ुफ़िया विभाग में नौकरी, jobs in india.

आज तक आपने भी कई सारे ऐसे खुशियां operations के बारे में जरूर सुना होगा, जिसे हमारे भारत के सैनिकों द्वारा अपने दुश्मनों के इलाकों में जाकर अंजाम दिया जाता है। जिनमे से कुछ काफी प्रचलित भी रहे है, जैसे की ऑपरेशन “Meghdoot”, “Chanakya”, “Smiling Buddha” इत्यादि।    

और अगर आप भी इन नामों से प्रचलित है, तो आपने एक नाम जरुर सुना होगा, “RAW” जो की भारत देश की intelligence एजेंसी है, जिसका काम देश की सुरक्षा से समन्धित सारी ख़ुफ़िया जानकारियों को इक्कठा करना और साथ में कुफिया operations को अंजाम देना होता है। 

यह आज एक काफी नामी एजेंसी बन चुकी, जो अपना सारा काम गुमनामी में ही पूरा करने में माहिर होती है। और आज देश के लाखो युवा इस एजेंसी का एक हिस्सा बनने का सपना लिए अपना करियर आगे बढ़ाना चाहते है। 

RAW एक गुप्त विभाग और एक स्वतंत्र एजेंसी है। हालाँकि, यह प्रधानमंत्री के कार्यालय के अंतर्गत आती है। और अपने गठन से लेकर आजतक RAW ने विदेशों में कई विशेष अभियानों में खुफिया सहायता प्रदान करने और उन्हें अंजाम तक पहुचाने में अपना काफी योगदान दिया है।

आज भारत की कई फिल्मो में भी इस एजेंसी के बारे में दिखाया हुआ है, जिसे देखकर आज के युवा भी इस छेत्र में काफी दिलचस्पी दिखा रहे है। मगर यह समझना भी जरुरी है की, फिल्म निर्माताओ को खुद ऐसी intelligence एजेंसी के काम करने के तरीको के बारे में कुछ मालूम नही होता। 

और आज के युवाओ को यह समझ लेने की काफी जरुरत है की, फिल्मी चकाचौंध और उसमे दिखाए गए किरदारों से बिलकुल उलट इस छेत्र में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवारों को कठीन से कठीन परिस्थितियों से गुजरना पड़ सकता है।  

RAW का इतिहास? (History and making of R&AW)

साल 1968 से पहले, भारत का इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ही भारत की सभी बाहरी और आंतरिक खुफिया गतिविधियों के लिए जवाबदेह होता था। हालाँकि, 1962 के चीन-भारतीय सीमा युद्ध के दौरान, जब परिणामस्वरूप भारत की दयनीय हार हुई, तब एक अलग और स्वतंत्र बाहरी खुफिया एजेंसी की आवश्यकता स्पष्ट थी। 

और इसलिए, साल 1968 में, “Research and Analysis Wing” (RAW) की स्थापना की गई, जिसके पहले निदेशक “रामेश्वर नाथ काव” थे, जिन्हें तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी द्वारा नियुक्त किया गया था।

इसके बाद साल 1968 से लेकर 1977 तक, RAW ने देश के लिए विभिन्न खुफिया सहायता प्रदान की और कई सफल मिशनों का नेतृत्व भी किया। उदाहरण के लिए – बांग्लादेश संघर्ष के दौरान पाकिस्तान की हार, सिक्किम का विलय, बांग्लादेश का निर्माण, आदि ।

रॉ इंडिया में शामिल होने की आवश्यकताएँ (Eligibility Requirements to join RAW)

हालाँकि RAW के अधिकारियों ने इस संस्थान में शामिल होने के लिए ऐसे कोई पात्रता मानदंड निर्धारित नहीं किए हैं, मगर ऐसी कुछ बुनियादी ज़रूरतें हैं, जिन्हें किसी एक उम्मीदवार द्वारा पूरा करना आवश्यक होता है, जैसे की –

  • उम्मीदवारों को भारत सरकार द्वारा किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम स्नातक की पढ़ाई पूरी करनी चाहिए।
  • साथ ही RAW में काम करने के इच्छुक उम्मीदवारों को भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • उन्हें कंप्यूटर की मूल बातें पता होनी चाहिए।
  • और तो और उनका संचार कौशल भी काफी बहतर होना आवश्यक होता है।  आदि।

RAW की भर्ती प्रक्रिया (Recruitment Procedure in RAW)

यह जानना काफी जरुरी है की, RAW नौकरी देने के लिए कोई भी सीधी भर्ती नोटिस जारी नहीं करता है। ज्यादातर समय, वे UPSC या फिर किसी अन्य विभाग के माध्यम से, या तो किसी अन्य भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करते हैं।

वे आम तौर पर भारत में मौजूद अन्य सरकारी विभागों से उम्मीदवारों का चयन करते हैं, जिनमें खुफिया एजेंसियां, प्रशासनिक सेवाएं, आदि जैसे संस्थाए शामिल हैं। साथ ही पुलिस सेवा, सशस्त्र बल, आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) आदि से भी RAW में कई एजेंटों का चयन से किया गया है, जो आगे चलकर देश की सुरक्षा में अपना योगदान देते है।

हालाँकि, हाल के दिनों में, ऐसे कई उम्मीदवारों का चयन सीधे विश्वविद्यालयों से भी किया जा रहा है, जो आगे चलकर इसमें अफसर बन सकते है।

रॉ के उद्देश्य और कार्य (Objective and Functions of RAW)

हालाँकि RAW कभी भी देश की आम जनता के सामने नही आता, मगर इसका काम हमारे देश की अखंडता को बनाए रखना और गोपनीय जानकारीयों की रक्षा करना होता है। 

साथ ही आज भारतीय अधिकारी अंतरराष्ट्रीय जनमत को प्रभावित करने, विदेश नीति को संशोधित करने और राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को बदलने के लिए RAW द्वारा एकत्रित खुफिया डेटा पर काफी निर्भर होते हैं। ऐसी की कुछ अन्य जिम्मेदारियां और भूमिकाएं हैं –

  • आतंकवाद विरोधी अभियानों का संचालन करना।
  • पड़ोसी देशों के वैज्ञानिक, सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक विकास परियोजनओं की देखभाल करना।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति को प्रतिबंधित करना।
  • राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए गुप्त मिशन पर जाना।
  • भारत के परमाणु कार्यक्रम के लिए सुरक्षा सेवाएं प्रदान करना।
  • आतंकवादी समूहों जानकारी इकट्ठा करना।  
  • पड़ोसी देशों में काम करने वाले विद्रोही समूहों की समीक्षा करना।
  • राष्ट्रीय तकनीकी सुविधा संगठन (NTFO) का उपयोग करना।   आदि।

रॉ के अलग-अलग पद? ( Different job roles in raw)

RAW में फील्ड के काम के अलावा भी कई तरह के पदों में लोगों की आवश्यकता होती है, जैसे की accountants, stenographers, clerks, analysts, आदि। तो आइए अब जानते है, RAW में मौजूद ऐसे ही कुछ पदों के बारे में, जो की है –

  • Field Officer
  • Assistant Field Officer
  • Senior Field Officer
  • Deputy Field Officer

इनके अलावा analyst Level पे भी कई तरह के पद होते है, जिनका काम इकठ्ठा की गयी कुफिया जानकारियों को analyse यानि की उनका विश्लेषण करना होता है, वैसे ही कुछ पद है –

  • Junior Intelligence Officer
  • Assistant Central Intelligence Officer
  • Central Intelligence Officer

Director in RAW – RAW के निदेशकों की भर्ती अन्य प्रथम श्रेणी सेवाओं और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से की जाती है। जो की पहले से ही सरकारी विभागों जैसे की – खुफिया एजेंसियों, सशस्त्र बलों आदि में ग्रेड A के अधिकारी के रूप में काम कर रहे होते हैं।

RAW की ट्रेनिंग? (Training of RAW/Indian secret services)

  • इसकी शुरुवाती प्रशिक्षण के दौरान चुने गए candidates को, दिल्ली में आयोजित एक परिचय सत्र में भाग लेना होता है। 
  • इसके बाद intelligence की बुनियादी बाते और साथ ही वास्तविक दुनिया में आने वाली मुश्किलों से निपटें के तरीको के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है।
  • इसके अलावा, उम्मीदवारों को सामान्य तकनीक, सूचना सुरक्षा, विभिन्न भाषाएं और वैज्ञानिक ज्ञान भी सीखना होता है, ताकि वो किसी भी हालात से निपटने में माहिर बने।
  • उन्हें भिन्न हतियारो के बारे में शिक्षित किया जाता है। 
  • साथ ही उम्मीदवारों को कई तरह के case studies के माध्यम से, पहले हुए missions के बारे में समझाया जाता है, और उन हालातों से और बहतर तरीके से निपटने के तरीको के बारे में चर्चा की जाती है।
  • इनसब के अलावा भी एक RAW एजेंट को पूरी तरह से तैयार करने के लिए कई तरह के ट्रेनिंग से गुजारा जाता है, जिनके details को आम जनता से दूर ही रखा जाता है। आदि। 

FAQ (Frequently Asked Questions)

Q. RAW क्या है?

A. रॉ भारत देश की secret service agency है।

Q. RAW agents का क्या काम होता है?

A. रॉ agents का सबसे प्रमुख कार्य विदेशी खुफिया और आतंकवाद विरोधी जानकारियां एकत्र करना होता है। साथ ही यह भारतीय के नीति निर्माताओं को भी अपनी सलाह देते है, और भारत के विदेशी रणनीतिक हितों को भी आगे बढ़ाते है।

Q. क्या लड़कियां भी RAW का हिस्सा बन सकती है?

A. हां, बिलकुल आज लड़के और लड़कियां कोई भी रॉ का हिस्सा बन सकते है।

Q. RAW का पूरा मतलब/full form क्या होता है? 

A. RAW का पूरा आर्थ – “Research and Analysis Wing” होता है।

Q. RAW का headquarter कहा स्थित है?

A. रॉ का headquarter भारत की राजधानी “नई दिल्ली” में स्थित है।

आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।

Also read –

अर्धसैनिक बल में कैसे पाए नौकरी

Indian Revenue Services में करियर


पोस्ट को share करें-

Similar Posts

2 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *