The Hundred Dresses Part 2 summary in hindi

The Hundred Dresses Part 2 विषय की जानकारी, कहानी | The Hundred Dresses Part 2 summary in hindi

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क्या आप एक दसवी कक्षा के छात्र हो, और आपको NCERT के इंग्लिश ख़िताब के chapter “The Hundred Dresses Part 2” के बारे में सरल भाषा में सारी महत्वपूर्ण जानकारिय प्राप्त करनी है? अगर हा, तो आज आप बिलकुल ही सही जगह पर पहुचे है। 

आज हम यहाँ उन सारे महत्वपूर्ण बिन्दुओ के बारे में जानने वाले जिनका ताल्लुक सीधे 10वी कक्षा के इंग्लिश के chapter “The Hundred Dresses Part 2” से है, और इन सारी बातों और जानकारियों को प्राप्त कर आप भी हजारो और छात्रों इस chapter में महारत हासिल कर पाओगे।

साथ ही हमारे इन महत्वपूर्ण और point-to-point notes की मदद से आप भी खुदको इतना सक्षम बना पाओगे, की आप इस chapter “The Hundred Dresses Part 2” से आने वाली किसी भी तरह के प्रश्न को खुद से ही आसानी से बनाकर अपने परीक्षा में अच्छे से अच्छे नंबर हासिल कर लोगे।

तो आइये अब हम शुरु करते है “The Hundred Dresses Part 2” पे आधारित यह एक तरह का summary या crash course, जो इस topic पर आपके ज्ञान को बढ़ाने के करेगा आपकी पूरी मदद।

The Hundred Dresses Part 2 Summary in hindi

The Hundred Dresses Part 2 एलेनोर एस्टेस द्वारा लिखित कहानी का दूसरा हिस्सा है। इस पाठ की शुरुआत Wanda के पिता द्वारा उसके स्कूल को भेजे गए एक पत्र से होती है। पत्र में, उन्होंने स्कूल अधिकारियों को एक बड़े शहर में फिर से बसने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कोई भी Wanda को उसके अनोखे नाम या नए शहर में उपस्थिति के लिए नहीं छेड़ेगा। पत्र पढ़ने के बाद, शिक्षिका, Miss Mason हैरान रह गईं जब उन्होंने महसूस किया कि Wanda को उसके सहपाठियों द्वारा अपमानजनक टिप्पणियों से छेड़ा गया था।

मैडी को तब डरपोक होने के लिए दोषी महसूस हुआ क्योंकि उसने पैगी को वांडा को ताना मारने से कभी भी नहीं रोका था। वह इतनी परेशान थी कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाती थी, और साथ ही उसे अक्सर गरीब लड़की के साथ दुर्व्यवहार करने के बुरे सपने आते थे। इस प्रकार, उसने Wanda से मिलने और सभी गलतफहमियों को स्पष्ट करने का फैसला किया और उसे बताया कि उसका इरादा कभी भी उसकी भावनाओं को आहत करने का नहीं था।

वह Wanda के घर जाने और उसे ड्राइंग प्रतियोगिता जीतने की सूचना देने के लिए दृढ़ थी। स्कूल खत्म होने के तुरंत बाद, मैडी और पैगी ने Wanda से मिलने के लिए Boggins Heights पर स्थित उसके आवास पर जाने का फैसला किया।

मगर Wanda और उसके परिवार ने पहले ही घर खाली कर दिया था और उनकी यात्रा बेकार हो गई थी। इसलिए, दोनों लड़कियों ने Wanda को अपनी जीत के बारे में सूचित करते हुए एक दोस्ताना पत्र लिखा। कई दिन बीत गए, लेकिन उनकी ओर से उनके पत्र का कोई भी जवाब नहीं आया।

जल्द ही, Christmas का समय था और मिस मेसन को वांडा से एक पत्र मिला। इसमें, वांडा ने सभी को Christmas की शुभकामनाएं भेजीं और रंग प्रतियोगिता के लिए तैयार किए गए सुंदर hundred dresses sketches का उल्लेख किया।

उसने कहा कि लड़कियां सौ पोशाकों के उन रेखाचित्रों को रख सकती हैं और उसने पैगी और मैडी को विशेष चित्र भेंट किए। उन्होंने यह उपहार स्वीकार किए और फिर अपने-अपने bedrooms में इसे पिन कर दिया।

मैडी अक्सर तस्वीर को लंबे समय तक देखती रहती और देखती कि चित्र में उसका चेहरा उसके अपने चेहरे से कितना मिलता-जुलता है। वह तुरंत पैगी के घर यह देखने के लिए दौड़ी कि क्या उसकी ड्राइंग भी पैगी की तरह दिख रही है।

यह देखकर पैगी को Wanda जैसी प्रतिभाशाली लड़की को छेड़ने का अफसोस हुआ। उसने सोचा कि यद्यपि उसने अपने नाम और रूप-रंग के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी, वांडा हमेशा चुप रही और उसने कभी इसके बारे में शिकायत नहीं की।

मैडी ने अपने आँसू पोंछे और वो अक्सर Wanda को स्कूल के प्रांगण में उस धूप वाली जगह पर अकेले खड़े होने के बारे में सोचा करती, जहा से वो दावा किया करती कि उसके सौ कपड़े उसकी अलमारी में ही lined up थे। अंत में, उन्होंने महसूस किया कि नस्लीय भेदभाव व्यक्तिगत जीवन और रिश्तों को कैसे बर्बाद कर देता है।

The Hundred Dresses Part 2 : निष्कर्ष

यह अध्याय – The Hundred Dresses Part 2 में, छात्रों के लिए एक मूल्यवान सबक है कि उन्हें अपनी उपस्थिति, जाति या जातीयता के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। Narrow-minded सोच लोगों पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है, और साथ ही यह समाज में रिश्तों को काफी हद तक प्रभावित करती है।

FAQ (Frequently Asked Questions)

The Hundred Dresses के लेखक कौन हैं?

The Hundred Dresses नाटक के लेखक “Eleanor Estes” हैं।

‘नस्लीय भेदभाव’ क्या होता है?

किसी व्यक्ति या लोगों के समूह के प्रति उनकी जाति के आधार पर अनुचित व्यवहार या पूर्वाग्रह को ही नस्लीय भेदभाव के रूप में जाना जाता है।

Narrow-minded होने के नकारात्मक प्रभाव क्या हैं?

Narrow-minded वाले लोगों के लिए रिश्तों, और अन्य स्थितियों में निपटना मुश्किल हो सकता है। और इसके साथ नकारात्मक अर्थ भी जुड़े हुए होते हैं।

आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।

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