अर्धसैनिक बल में कैसे पाए नौकरी? | Career in paramilitary forces in hindi
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क्या आप भी वर्दी वाले उन पुरुषों से प्रेरित होते है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में निडर होकर भारत के सम्मान की रक्षा करते हैं? यदि ‘हां’ है, तो आपको भी यह देखना चाहिए कि आज अर्धसैनिक बलों यानि की paramilitary forces में काम करने के कितने अवसर मौजूद है। वर्त्तमान में देश की घरेलू सुरक्षा की बढ़ती चिंता ने, paramilitary forces में शामिल होने के लिए बहुत अधिक अवसर खोल दिए हैं।
एक अर्धसैनिक संगठन एक अर्ध-सैन्यीकृत बल को संदर्भित करते है, जिसमें संगठनात्मक संरचना, रणनीति, प्रशिक्षण, उपसंस्कृति और एक पेशेवर सेना के समान ही कार्य होता है, मगर, औपचारिक रूप से यह सेना देश के सशस्त्र बलों का हिस्सा नहीं होते है। Paramilitary forces गृह मंत्रालय (MHA) के नियंत्रण में आते हैं, और यह नौजवानों को इसमें एक सुन्हेरा करियर बनाने के लिए कई सारे मौके भी प्रदान करते है।
भारत के अर्धसैनिक बलों में करियर बनाने के बारे में आश्चर्यजनक चीजों में से एक यह है की इसमें प्रशिक्षण के दौरान ही वेतन मिलने लगता है, और साथ ही इसमें दूसरों के मुकाबले retirement भी जल्दी हो जाती है। साल 2011 में भारत के इसी अर्धसैनिक बलों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों यानि की “Central Armed Police Forces” के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया था, जिसमे आजा पांच एजेंसियां शामिल है, जो की है – बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी।
इसके अलावा, इंडियन कोस्ट गार्ड, असम राइफल्स, इत्यादि जैसे भारतीय अर्धसैनिक बलों में आमतौर पे हर साल ही रिक्त पदों के लिए भर्तिया की जाती है। और एक व्यक्ति जो अर्धसैनिक बलों में नौकरी पाने की इच्छा रखता है, उसे असम राइफल्स, इंडियन कोस्ट गार्ड्स, इत्यादि के लिए आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षा में शामिल होना आवश्यक है। और साथ ही अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए पद के आधार पर चयन प्रक्रिया को पास करना भी आवश्यक है।
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अर्धसैनिक बल क्या हैं? (What are the Paramilitary Forces in hindi)
Paramilitary forces एक अर्ध-सैन्यीकृत बल है, जिनके पास संगठनात्मक संरचना, प्रशिक्षण, उपसंस्कृति है, और कभी-कभी एक पेशेवर सेना के समान भी कार्य करते हैं, मगर औपचारिक रूप से यह देश के सशस्त्र बलों का हिस्सा नहीं होते हैं। हालांकि, इन्हें आमतौर पर गोलाबारी, तीव्रता और संगठनात्मक संरचना के मामले में एक सैन्य पैदल सेना बल के बराबर ही माना जाता है। और युद्ध के समय, सेना का हिस्सा न होने के बावजूद अर्धसैनिक एक सेना की सीधी कमान के अंतर्गत आ सकता है।
आज विभिन्न देशों ने अर्धसैनिक बलों की अलग-अलग परिभाषाएँ अपनाई हुई हैं। संदर्भ के आधार पर, इनके कुछ प्रकार हैं –
- अनियमित सैन्य बल (Irregular military forces)
- कुछ प्रकार के पुलिस बल (Some kinds of police forces)
- सीमा रक्षक (Border guards)
- एक राज्य की सेना के सहायक बल (The auxiliary forces of a state’s military)
- सैन्यीकृत पुलिस बल (Militarized police forces)
- अस्पष्ट सैन्य स्थिति के सुरक्षा बल (Security forces of ambiguous military status)
भारत में अर्धसैनिक बलों का इतिहास (History of Paramilitary Forces in India)
स्वतंत्रता के तुरंत बाद, भारतीय सुरक्षा बलों को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया था, जिनमे से एक बाहरी मामलों से संबंधित था और दूसरा देश के आंतरिक मामलों से संबंधित था। और भारत में आंतरिक मामलों से निपटने वाले सुरक्षा बलों को ही भारत के अर्धसैनिक बलों यानि की paramilitary forces के रूप में जाना जाता है।
हालाँकि, आंतरिक सुरक्षा से निपटने के अलावा, अर्धसैनिक बलों ने भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए भी अपनी रक्षा सेवाए प्रदान की है। और इन्हें भारतीय गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। आज भारत में सात बल हैं जिन्हें गृह मंत्रालय के तहत अर्धसैनिक बलों के रूप में माना जाता था, हालांकि, मार्च 2011 के बाद इन बलों को भ्रम से बचने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया था। भारत में मौजूद पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के प्रकार हैं –
- केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)
- सशस्त्र सीमा बल (SSB)
- सीमा सुरक्षा बल (BSF)
- केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)
- भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
मार्च 2011 के बाद भारत के अर्धसैनिक बलों को ठीक से परिभाषित किया गया है। और इनमे निम्नलिखित तीन संगठन हैं, जो अब भारत में गृह मंत्रालय/रक्षा मंत्रालय के नियंत्रण में अर्धसैनिक बलों के रूप में काम करते हैं, जो की है-
असम राइफल्स (Assam Rifles) – यह सैन्य बल 1835 में ब्रिटिश भारत सरकार के तहत गठित सबसे पुराने अर्धसैनिक बलों में से एक है। इस बल का प्रारंभिक नाम कछार लेवी था, हालाँकि इसके गठन के बाद इसके नामो में कई बदलाव हुए, और अंततः साल 1917 में इसका नाम “असम राइफल्स” रखा गया | और इस सैन्य बल की भूमिका भारत के पूर्वोत्तर सीमा की रक्षा करना है।
विशेष सीमा बल (Special Frontier Forces) – भारत में अर्धसैनिक बलों में स्पेशल फ्रंटियर फोर्स (SFF) भी शामिल है, जिसकी कल्पना भारत-चीन युद्ध काल से पहले ही एक गुरिल्ला बल के रूप में की गई थी। मुख्य रूप से, विशेष सीमा बल तिब्बती शरणार्थियों से बना था, जिनका लक्ष्य चीन और भारत के बीच युद्ध की स्थिति में चीनी लाइनों के पीछे गुप्त अभियान चलाना था। इन सब के अलावा SFF को ‘स्थापना 22’ के रूप में भी संबोधित किया जाता है।
भारतीय तट रक्षक (Indian Coast Guards) – भारतीय सशस्त्र बलों की एक और शाखा, भारतीय तटरक्षक (ICG) का मिशन भारत के समुद्री हितों और समुद्री कानून प्रवर्तन की रक्षा करना है, जो अंतरराष्ट्रीय और साथ ही क्षेत्रीय जल दोनों के अधिकार क्षेत्र में आती है। ICG की स्थापना 18 अगस्त 1978 को तटरक्षक अधिनियम, 1978 के तहत संघ के एक सशस्त्र बल के रूप में की गई थी। और यह अर्धसैनिक बल अपने सभी कार्य रक्षा मंत्रालय के अधीन करती है।
भारत में अर्धसैनिक बलों के कार्य और कर्तव्य क्या है? (Task and duties of paramilitary forces in india)
आज उम्मीदवारों का भारत के अर्धसैनिक बलों में करियर स्थापित करने का सोचने से पहले उनके कार्यों और कर्तव्यों को जानना काफी जरुरी है। जिनमे से कुछ है –
असम राइफल्स के कार्य और कर्तव्य
- सीमा सुरक्षा अभियान।
- सेना के नियंत्रण में आंतरिक सुरक्षा का प्रावधान।
- आपातकाल के समय नागरिकों को सहायता प्रदान करना
- युद्ध के समय जरूरत पड़ने पर पीछे के इलाकों को सुरक्षित करने के लिए एक लड़ाकू बल की भूमिका निभाना।
- दूरदराज के क्षेत्रों में संचार, चिकित्सा सहायता और शिक्षा प्रदान करना।
- भारत-म्यांमार सीमा की रक्षा करना। इत्यादि।
विशेष सीमा बल (SFF) के कार्य और कर्तव्य
- आतंकवाद विरोधी कर्तव्यों के लिए ज़िम्मेदारी लेना।
- विदेशी सेना का प्रशिक्षण।
- गुप्त कार्यवाही संचालित करना। इत्यादि।
भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के कार्य और कर्तव्य
- कृत्रिम द्वीपों और अपतटीय टर्मिनलों को सुरक्षा प्रदान करना।
- समुद्र में मछुआरों और नाविकों की रक्षा और सहायता करना।
- वैज्ञानिक डेटा का संग्रह करना।
- प्रदूषण नियंत्रण सहित समुद्री पारिस्थितिकी और पर्यावरण को संरक्षित करना।
- तस्करी विरोधी अभियानों में सीमा शुल्क विभाग और अन्य अधिकारियों की सहायता करना।
- अंतरराष्ट्रीय और साथ ही क्षेत्रीय जल में कानून का पालन करवाना। इत्यादि।
अर्धसैनिक बलों की चयन प्रक्रिया? (Selection process for paramilitary forces)
सेना की चयन प्रक्रिया के समान ही, उम्मीदवारों को paramilitary forces में करियर के लिए एक कठोर चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें उम्मीदवारों को आम तौर पर एक लिखित परीक्षा और उसके बाद फिटनेस और मेडिकल टेस्ट को पास करना होता है। और सभी परीक्षणों को उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को प्रशिक्षण के बाद साक्षात्कार से गुजरना होगा। जिसमे सफल प्रशिक्षुओं को भारत में Paramilitary Forces के तहत तैनात किया जाता है। हालाँकि, चयन प्रक्रिया अलग-अलग पदों के लिए भिन्न होती है, जैसे की –
असम राइफल्स के लिए चयन प्रक्रिया
- पहला राउंड – शारीरिक दक्षता परीक्षा।
- दूसरा राउंड – लिखित परीक्षा।
- तीसरा राउंड – स्किल टेस्ट।
- चौथा राउंड – चिकित्सा परीक्षा।
भारतीय तटरक्षक के लिए चयन प्रक्रिया
- पहला राउंड – लिखित परीक्षा।
- दूसरा राउंड – शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण।
- तीसरा राउंड – चिकित्सा परीक्षा।
पैरामिलिट्री में करियर के लिए आवश्यक कौशल? (Skills required for Paramilitary Forces)
प्रत्येक व्यक्ति paramilitary forces में शामिल नहीं हो सकता है, इन कामो के लिए कुछ पात्रता शर्तों जिनके होने से ही उम्मीदवार paramilitary forces में अपना एक बहतरीन career सकते है। यहाँ विभिन्न पदों के कौशल भिन्न हो सकते हैं, हालांकि, अर्धसैनिक अधिकारी बनने के लिए आवश्यक सामान्य कौशल समान ही रहते है। तो आइए अब हम जानते है ऐसे कुछ कौशलों के बारे में जिनके एक अर्धसैनिक बलों के उम्मीदवारों के पास होने काफी आवश्यक है, जो की है –
- अनुशासन (Discipline)
- बलों के प्रति प्रतिबद्धता (Commitment to the Forces)
- दृढ़ निश्चय (Determination)
- आत्म जागरूकता (self awareness)
- विनम्र और सभ्य स्वभाव (Polite and polite nature)
- उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस (High level of physical fitness)
- तत्परता (readiness)
- किसी भी बदलाव के लिए अनुकूलता (Adaptability to any change)
- संघर्ष प्रबंधन कौशल (conflict management skills)
- भावनात्मक रूप से बुद्धिमान (emotionally intelligent)
- उत्कृष्ट नेतृत्व और टीम वर्क कौशल (Excellent leadership and teamwork skills)
- सतर्कता (Alertness)
- सक्रिय श्रोता (active listener) इत्यादि।
अर्धसैनिक बलों में रैंक संरचना (Rank structure in paramilitary forces)
अर्धसैनिक बलों में कई तरह की ranks होती है, जिनसे होकर एक सैनिक अपने पुरे career में गुजरता है, जो की है-
असम राइफल्स के रैंक | भारतीय तट रक्षक के रैंक | समकक्ष सेना में रैंक |
Director-General | Director-General /Additional Director General | Lieutenant General |
Inspector General | Inspector-General | Major General |
Deputy Inspector General | Deputy Inspector General | Brigadier |
Ass. Deputy Inspector General | Commandant | Colonel |
Commandant | Commandant (Junior Grade) | Lieutenant Colonel |
Second in Command | Deputy Commandant | Major |
Deputy Commandant | Assistant Commandant (2 साल) | Captain |
Assistant Commandant | Assistant Commandant | Lieutenant |
अर्धसैनिक बलों में करियर के फायदे और नुकसान?
हमने अब तक paramilitary forces बलों में होने वाले कई आश्चर्यजनक तथ्यों के बारे में जाना। हालांकि, कठिन तथ्य यह है कि हर अच्छी चीज का एक बुरा पक्ष भी होता है। और ठीक इसी तरह, अर्धसैनिक बलों में करियर के कुछ फायदे और नुकसान दोनों ही होते है। तो आइये अब हम जानते है, की paramilitary forces में शामिल होने के क्या होते है फायदे और क्या है इनमे नुकसान, जिनमे से कुछ है –
अर्धसैनिक बलों में करियर के फायदे (Advantages of joining paramilitary forces in hindi)
नौकरी की सुरक्षा (Job Security) – भारत में हर सरकारी नौकरी का तरह ही, paramilitary forces में भर्ती होने के बाद, सैनिकों को शायद ही कभी उनकी नौकरी से निकाल दिया जाता है। और इसीलिए नौकरी को खोने का जोखिम काफी न्यूनतम है।
सैन्य छूट (Military Discounts) – भारत भर में कई जगह सैनिकों को साल भर विशेष सैन्य छूट प्रदान किया जाता हैं। और एक सैनिक के रूप में, आपको रियायती टिकटों पर भी यात्रा करने को मिलता है। साथ ही आप कैंटीन में रियायती वस्तुओं का भी लाभ उठा सकते हैं, और भी बहुत कुछ। इसके अलावा, paramilitary forces के अधिकारी सैन्य अस्पतालों में रियायती दरों पर, और कभी-कभी तो मुफ्त में भी इलाज का लाभ उठा सकते हैं।
छुट्टियों का कोटा (Leave Quota) – अर्धसैनिक बल 60 दिनों तक की वार्षिक छुट्टियों के हकदार होते है हैं। इसके अतिरिक्त, sick leave और casual leaves भी छुट्टी कोटा का एक हिस्सा हैं। यह सभी छुट्टिय paid छुट्टिय होती हैं, यानि की इन्हें लेने पर उनकी salary नही कटी जाती। हालाँकि, अधिकांश सैनिक निर्दिष्ट अवधि के भीतर अपने सभी छुट्टियों का उपभोग करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं
सेवानिवृत्ति लाभ (Retirement Benefits) – यदि आपका paramilitary forces या किसी भी सेना में नौकरी लगती है, तो आप किसी भी अन्य निजी नौकरी से पहले सेवानिवृत्ति प्राप्त कर सकते हैं। प्रारंभिक सेवानिवृत्ति के अलावा, एक अर्धसैनिक अधिकारी चिकित्सा सुविधाओं, सेना कैंटीन सुविधाओं, आजीवन पेंशन आदि सहित कई लाभों के हकदार भी होते हैं।
अर्धसैनिक बलों में करियर के नुकसान (Disadvantages of joining paramilitary forces in hindi)
छोड़ नही सकते अपना पद – Paramilitary forces में शामिल होने के दौरान, सेवा में एक विशिष्ट अवधि की सेवा के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता होती है, जिस कारण आप उसमे उल्लेख समय से पहले अपना पद नही छोड़ सकते।
कठोर जीवन शैली – Paramilitary forces यानि की अर्धसैनिक बलों के लिए आपको नियमित व्यायाम, सतर्क कर्तव्यों आदि के साथ एक तंग कार्यक्रम का पालन करने की भी आवश्यकता हो सकती है। और इस प्रकार, यह जीवन शैली आपके लिए काफी थका देने वाली हो सकती है।
रैंक हमेशा होती है उम्र से बड़ी – कई बार ऐसा भी हो सकता है, कि आपके ऊपर कोई सीनियर हो जो की उम्र में आपसे छोटा हो। और इसलिए आपको कई समय उनके आदेशों का पालन करने में झिझक भी महसूस हो सकती है।
दोस्तों और परिवार से रहना होगा दूर – कभी-कभी एक सैनिक को घर से बहुत दूर तैनात किया जाता है, और इस प्रकार, उन्हें अपने परिवार और दोस्तों से लंबी अवधि के लिए, कभी-कभी 12 महीने से अधिक समय तक के लिए भी दूर रहना पद सकता है।
अर्धसैनिक बलों में कितना मिलता है पैसा/वेतनमान? (Salary in paramilitary forces)
बाकि किसी भी अन्य बलों की तरह ही एक अर्धसैनिक अधिकारी का वेतन भी उनके स्तर और संगठन के हिसाब से भिन्न होता है। जिनमे से कुछ है –
असम राइफल्स में भिन्न पोस्ट के वेतनमान
पद का नाम | वेतन बैंड/स्केल (Pay scale) | ग्रेड वेतन (Grade pay) |
सूबेदार मेजर | 9300 – 34800 | 4800 |
सूबेदार | 9300 – 34800 | 4600 |
नायब सूबेदार | 9300 – 34800 | 4200 |
हवलदार | 5200 – 20200 | 2800 |
नाइक | 5200 – 20200 | 2400 |
लांस नायक | 5200 – 20200 | 2000 |
सिपाही (जीडी) | 5200 – 20200 | 1800 |
भारतीय तटरक्षक में भिन्न पोस्ट के वेतनमान
पद (Post) | मूल वेतन (Basic salary) |
असिस्टेंट कमांडेंट | 56,000 |
डिप्टी कमांडेंट | 68,000 |
कमांडेंट (जेजी) | 79,000 |
कमांडेंट | 1,20,000 |
उप महानिरीक्षक | 1,31,000 |
महानिरीक्षक | 1,45,000 |
अतिरिक्त महानिदेशक | 1,83,000 |
डायरेक्टर- जनरल | 2,06,000 |
ध्यान दें – यह सभी वेतनमान वर्त्तमान समय के अधर पे दिए गए है, और वक़्त-वक़्त पे इनमे इजाफे भी होते रहते है।
FAQ (Frequently Asked Questions)
Q. मिलिट्री और पैरामिलिट्री में क्या अंतर है?
A. सैन्य बलों का काम देश को सभी प्रकार के बाहरी खतरों से बचाना होता है, जबकि अर्धसैनिक बल को देश के नागरिकों को आंतरिक हिंसा, जातीय दंगों आदि से बचाने का काम सौंपा जाता है।
Q. क्या सीमा सुरक्षा बल (BSF) भी भारत में एक अर्धसैनिक बल है?
A. नहीं, BSF, CRPF, CISF, ITBP और SSB जैसे बल केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल होते हैं, जो की अर्धसैनिक बलों जैसे की असम राइफल्स, इंडियन कोस्ट गार्ड्स और स्पेशल फ्रंटियर फोर्सेज से अलग होते हैं।
Q. हम भारत में अर्धसैनिक बलों में कैसे शामिल हो सकता है?
A. भारत में अर्धसैनिक बल उपलब्ध रिक्तियों को भरने के लिए लगभग हर साल भर्ती परीक्षा / प्रक्रिया का संचालन करती हैं। और इन सभी अर्धसैनिक बलों की चयन प्रक्रिया एक दूसरे से अलग होती है। हालांकि, सामान्य चयन प्रक्रिया में एक लिखित परीक्षा, एक चिकित्सा परीक्षण और उसके बाद प्रशिक्षण शामिल होता है।
Q. भारत में अर्धसैनिक अधिकारियों की सैलरी कितनी होती है?
A. अर्धसैनिक बलों में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों को इनमे बल और रैंक के आधार पर पारिश्रमिक मिलता है। हालांकि, अर्धसैनिक बलों के सहायक कमांडेंट को ग्रेड पे के साथ सालाना 2 लाख से लेकर 5 लाख तक का बेतन मिल सकता है।
Q. अर्धसैनिक बलों में करियर सेना में करियर से कैसे अलग है?
A. आर्मी में एक देश की सेना, नौसेना और वायु सेना शामिल होती है। मगर अर्धसैनिक बलों में भारतीय तटरक्षक बल, असम राइफल्स और विशेष फ्रंटियर फोर्स शामिल हैं। और इन दोनों करियर पथों में ही समान तीव्रता की आवश्यकता होती है, हालांकि, सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संरचना और भूमिका एक दूसरे से काफी भिन्न होती है।
Q. इंडियन कोस्ट गार्ड में नई भर्तियों की जानकारी कैसे प्राप्त करें?
A. उपलब्ध रिक्तियों और नई भर्ती अधिसूचना की जांच के लिए उम्मीदवारों को भारतीय तटरक्षक बल की आधिकारिक भर्ती वेबसाइट, यानी की https://joinindiancoastguard.gov.in/ पर जाना होगा।
आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।
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